साल तो बीतेगा ही
दिन,हफ़्ते और घंटे भी
कोशिश करें की न बीते मनुष्यता,
जज़बात,भावनाएँ और संवेदनशीलता
कहने को एक तारीख़
आएगी नई सी
लेकिन मैं जानता हूँ कि
कोई रूपांतरण न कर पाएगी बेचारी
कितनी बेबस है न तारीख़
उससे मनुष्य चलता है
ऐसा वह सोचती है
लेकिन मनुष्य चलाने लगा है अब उसे
कैलेण्डर में बीतती तारीख़ से कोई सबक़ नही लेता
कि हम भी तो बीत रहे हैं इसके साथ
सबके लिये यह जोड़ - घटाव का
सिलसिला जो ठहरा
जानते नहीं कि हम जोड़ने में
कितना घट गए हैं
कितने छोटे हो गए हैं
यह छोटापन कुछ कम कर सकें
तो शायद हम पर
नये साल का कैलेण्डर मुस्कुराने लगे
15 comments:
साल मुबारक
चलिये - जोड़ना-घटाना छोडें। नये साल में गुणा सीखें - प्रसन्नता और समृद्धि का गुणा।
नव वर्ष आपका मार्ग प्रशस्त करे - मंगलमय हो!
नए साल में आप और भी अधिक ऊर्जा और कल्पनाशीलता के साथ ब्लॉगलेखन में जुटें, शुभकामनाएँ.
www.tooteehueebikhreehuee.blogspot.com
ramrotiaaloo@gmail.com
शुभकामनाएं आपको भी नए साल की!!
मंगलमय हो नववर्ष
नए साल की ढेरों शुभकामनाएँ संजय जी.
आपको नव-वर्ष की हार्दिक शुभकामनाए।
आपका जीवन खुशियो से भर जाए।
नया वर्ष आपके लिए शुभ और मंगलमय हो।
नए वर्ष पर हार्दिक शुभकामनाएँ..
नए साल की शुभकामनाएं आपको भी।
-- Lavanya & Family
अपनेपन,उर्जा,सकारात्मक सोच,प्रसन्नता और पर्यावरण बोध के साथ आप सबके लिये दुआ करता हूँ कि नये वर्ष की प्रथम भोर मंगलमय हो.
नया साल मुबारक। इस साल जरा लिखने की निरंतरता बढ़ाइए।
http://www.batangad.blogspot.com/
बहुत सही संजय भाई, ऐसे ही लिखते रहें, हमारी शुभकामनाएं !!!
नये साल का कैलेण्डर मुस्कुराए. नव वर्ष मंगलमय हो!
संजय जी / नरहरि जी,
अरविंद कुमार जी (हिन्दी कोश वाले) को मालवी साहित्यकारों व बुद्धिजीवियों के संपर्क सूत्र चाहिए - वे हिन्दी की 48 भाषाओं के कोश तैयार करने में केंद्रीय हिन्दी संस्थान आगरा का मार्गदर्शन कर रहे हैं. उन्होंने मालवी जाजम पर एक टिप्पणी भी छोड़ी है. कृपया उनसे संपर्क करें.
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