पूरा देश आज़ादी की सालगिरह मनाने में व्यस्त है। पोस्टर लगे हैं.. .अभी कल पैदा हुए नेताओं के ...हाथ में झंडा लिए खड़े हैं और बड़े बड़े अक्षरों में लिखा है ये स्लोगन ...ज़रा याद करो कुरबानी . ज़रा पूछे कोई इनसे इन्होने कौन सी कुरबानी दी है...किसे फ़ुरसत है महानायक नेताजी सुभाषचंद्र बोस को याद करने की मन व्यथित था सोचा चलो यू ट्यूब पर देखा जाए...यू ट्यूब को तलाशा तो तसल्ली हुई और मिली ये लिंक जिसमे आज़ाद हिंद फ़ौज का तराना नेपथ्य में सुनाई दे रहा है और दिखाई दे रही है नेताजी के जीवन की चित्रमय झांकी .नीचे दिए लिंक कोकाँपी कर पेस्ट कीजिये ब्राउज़ ....जगाईए अपने मन में इस सर्वकालिक महान जननायक के असीम आदर भाव ...
http://www.youtube.com/watch?v=uSyGjun_tgc
जय हिन्द .....नेताजी ज़िंदाबाद !
5 comments:
कल केन्द्रीय सूचना आयोग ने प्रधान्मन्त्री सविवालय को निर्देश दिया है कि वह नेताजे सम्बन्धित फाइलें सार्वजनैक करे।
नेताजी का व्यक्तित्व करिश्माई था. वे भुलाने पर भी स्मृति से जायेंगे नहीं. पर उनके बारे में केवल उनकी मृत्यु के विवाद को लेकर बात होती है. उनके अन्य पहलुओं पर लिखा जाना चाहिये.
संजय भाई बहुत धन्यवाद । हम नेताजी के भक्त हैं । आपने सही वक्त पर इस तराने का पता ठिकाना दिया है ।
हृदय से आभार । और स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं । आपके मालवी गीतों का इंतज़ार है
स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनायें।
घुघूतीबासूती
नेता जी को भुलाना संभव नहीं। यदि हो सके तो उनके बारे में और जानकारी दें।
Post a Comment